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Tuesday, July 19, 2016

क्योंकि मोहब्बत है वो

प्यार अक्सर हार जाता है
कोशिशें इसमें कामयाब नहीं होती हैं
अपेक्षाएं फेर देती हैं इस पर पानी
जिसके लिए जीना ही था आपकी जिंदगी
कई बार उसके जीवन की चुभन बन जाते हैं आप
हर पल उसकी ख्वाहिश करना ही
मार देता है आपकी ख्वाहिशें
जिस तरह ताली एक हाथ से नहीं बजती
रिश्ते भी एक तरफ से नहीं निभाए जाते
मोहब्बत यूं ही कम नहीं होती
तरसती है, बिलखती है और कराहती भी
तब कहीं रुक-रुक कर चलता है
उसकी सांसों का सिलसिला
लेकिन वो फिर भी मरती नहीं है
हर खुशी को उसके ऊपर न्योछावर
करने के बाद भी जब वो कहता है
तुमने किया ही क्या है मेरे लिए
ये सुनने के बाद भी
नहीं थमती हैं मोहब्बत की सांसें
बस तड़पती रहती है वो
उसकी आंखों में अपने लिए उपेक्षा के भाव देखकर
फिर भी उम्मीद होती है कि शायद
इस अँधेरे के बाद
उजाला उसके नसीब में भी हो
क्योंकि मोहब्बत है वो
जो कभी खत्म नहीं होती

5 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 20 जुलाई 2016 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  2. जिस तरह ताली एक हाथ से नहीं बजती
    रिश्ते भी एक तरफ से नहीं निभाए जाते
    ..सच एक तरफ़ा रिश्ता टिकाऊ नहीं होता
    बहुत सुन्दर

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  3. किसी भी रिश्ते को गहरा और लंबा रखने में दोनों हातों की ताली बजना जरूरी है ... नहीं तो सब बेमानी है ...

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  4. प्यार एक ऐसा रिश्ता है जिसको सींचना होता है ... सहना होता है ... अपने से ज़्यादा दूसरे को चाहना होता है ... ये रिश्ता होता है निभाने वाला ...

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