तुम भी करोगे मुझसे प्यार

बहुत प्यार करती हूं मैं तुमसे खुद से भी ज्यादा शायद रह लूं मैं तुमसे दूर भी लेकिन नहीं रहना चाहती मैं तुम्हारे बिना आज मांगना है मुझे तुमसे एक हक क्या तुम मुझे दोगे ये अधिकार कि सुबह आंखें खोलकर जिसको मैं सबसे पहले देखूं वो चेहरा तुम्हारा हो जिसके सीने में छिपने से मुझे हर खुशी मिल जाए वो सीना तुम्हारा हो जिसका साथ पाकर हर मुश्किल से लड़ सकूं वो साथ तुम्हारा हो जिसके कांधे पर सिर रखकर हर गम को पी सकूं वो कांधा तुम्हारा हो जिसके सहारे पूरा जीवन जी सकूं वो प्यार तुम्हारा हो जिसकी बांहो के घेरे में मैं सुरक्षित महसूस करूं वो घेरा तुम्हारा हो मेरी हर सुबह हर शाम पर पहरा तुम्हारा हो बोलो न क्या तुम दोगे मुझे ये हक कि जिसका हाथ थामकर मैं सात फेरे लूं वो हाथ तुम्हारा हो मेरे हर गम हर खुशी हर दिन हर रात हर लम्हे हर पल पर नाम तुम्हारा हो क्या निभाओगे मेरा साथ ताउम्र मेरा हाथ थामकर बनोगे तुम मेरे हमसफर तुम भी करोगे मुझसे प्यार तुम्हारी ‘हां’ के इंतजार में