तुमने ही दी सतत शिक्षा हमेशा ज्ञान की
राह पर चलना सिखाया नीति और सम्मान की
सूरज सा तेज तुममे हैं और चांद सी शीतलता
स्रेह की बारिश से तुमने जीवन हमारा सींचाा
जब भी भटके हम तुमने रास्ता दिखाया
सही और गलत का फर्क तुमने ही सिखाया
शिक्षा हो विषय की या नैतिकता का ज्ञान
कहा था तुमने कि इतना कभी न झुकना
कि झुक जाए स्वाभिमान
गुरु हो तुम हमारे, हो ईश्वर के समान
शिक्षक दिवस पर तुमको कोटि-कोटि प्रणाम
वाह क्या बात है. सचमुच शिक्षक जीवन का पथ प्रदर्शक होता है, वो सर्वदा पूजनीय और सम्माननीय है.
ReplyDeleteशुक्रिया
Deleteसुन्दर
ReplyDeleteशिक्षक दिवस की शुभकामना
इतना कभी न झुकना
ReplyDeleteकि झुक जाए स्वाभिमान... :)
प्रतिक्रिया के लिए आभार
Deleteशिक्षक दिवस पर बहुत बढ़िया प्रेरक प्रस्तुति
ReplyDeleteशिक्षक दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं!
बहुत बढ़िया अनु जी
ReplyDeleteसादर
आपका धन्यवाद
Deleteमैं भी एक शिक्षिका हूँ आपके शब्द अच्छे लगे !
ReplyDeleteशुक्रिया
Deleteजब भी भटके हम तुमने रास्ता दिखाया
ReplyDeleteसही और गलत का फर्क तुमने ही सिखाया ..
सच्चा गुरु ये सब सिखाता है ... बिना कहे .. बिना चाह के ...
भावपूर्ण रचना ...
बहुत आभार
Deleteआपका धन्यवाद
ReplyDeleteBahut umdaaa....
ReplyDeletethankyou pari ji
Deletethankyou sarswat ji
ReplyDelete