बहुत से लोग चाहते हैं कि
दो पड़ोसी मुल्क एक-दूसरे से
सारे रिश्ते-नाते तोड़ दें
तोड़ दें आत्मीयता की सारी जंजीरें
वे हमारे दुख में खुश हों
और हम उनके दुख में ठहाके लगाएं
आखिर हमारी दुश्मनी भी तो कई साल पुरानी है
उसे निभाना और आगे बढ़ाना
हमारा ही तो फर्ज है
बंद कर दें हम उनके बारे में बात करना
यहां रहने वाली बहन का
वहां रहने वाले भाई से मिलना
पाबंदी लगा दें सारे रिश्ते और नातों पर
आयात और निर्यात पर
सिखों के अपने तीर्थ ननकाना साहिब जाने पर
ये सब कर लेंगे हम
तोड़ देंगे सारे संबंधों को और
बन जाएंगे महान अपनी ही नजरों में
लेकिन क्या हम दो देशों में
बहने वाले एक ही दरिया के पानी को
आपस में मिलने से रोक लेंगे
क्या रोक लेंगे हम उस पार की चिड़िया को
जो अक्सर सरहद पार कर
दाना लेने इधर आ जाती है
क्या यहां रहने वाले नाती का
वहां रहने वाली नानी से
रिश्ता तोड़ पाएंगे हम
क्या लगा पाएंगे हम पाबंदी
उन लोगों की यादों पर जिन्होंने
वर्षों पहले अपने मुल्क को छोड़ा था
शायद नहीं कर पाएंगे ये सब
इसीलिए अब और नहीं बांट पाएंगे हम
पहले से बंटे हुए इन दो मुल्कों को
आपकी इस पोस्ट को ब्लॉग बुलेटिन की आज कि ब्लॉग बुलेटिन - श्रद्धांजलि गोपीनाथ मुंडे में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
ReplyDeleteशुक्रिया।।
Deleteशुक्रिया..
ReplyDeleteमेरी रचना को चर्चा मंच में स्थान देने के लिए।।
Uttm vichar paraspar prem aur sauhardr hi shresth marg h
ReplyDeleteshukriya aziz sahab
Deleteवाह। उम्दा रचना और खूबसूरत एहसास।
ReplyDeleteदोनों देशो की आम जनता एक दूसरे को करीब महसूस कर सकती है। पर अपनी राजनीती की रोटियाँ सेक रहे लोग किसी कीमत पर ऐसा होने नही देना चाहते।
sahi kaha smita
Deleteपोस्ट के शब्द और भावनाए अवश्य सुंदर है ! किन्तु क्या इस शान्ति सन्देश का कोई अर्थ रह जाता है ? जब हमें विशवास के बदले सिर्फ विश्वासघात ही मिले ?
ReplyDeleteक्यों हम ही सिर्फ अपने प्रेम तराने उन लोगो के लिए छेड़े जिन्हें इसका अर्थ भी नहीं पता ?
जोछूट चुका वह दुबारा नहीं मिल सकता ! भारत पाकिस्तान में शान्ति की बात करना ही बेमानी है !
दोनों देशो की जनता एकदूसरे को चाहती है इस बात में कितनी सच्चाई है ?
प्रेम तभी संभव है जब प्रेम का अर्थ समझनेवाला हो !
जिनकी बुनियाद ही नफरत की ईंट से पड़ी है उनसे मोहब्बत की उम्मीद करना फिजूल है !
ये मेरे विचार है , आपके विचार सुंदर है !